"खलाओंको छाना हैं, हमने सुरजको थामा हैं!
हैं पता के जल जायेंगे, लेकिन सवेरा लाना हैं!!
खुदपे पूरा भरोसा करके, पावोंपे खड़े हम डटके,
अब भले चाहे तूफाँ आये, हम हैं तैय्यार!
हम तो हैं 'नचिकेता'की तरहा, हर 'प्रेयस'को आग लगाते,
और 'श्रेयस'की राहपे चलके, देते फूल लेते हैं कांटे!!
खलाओंको छाना हैं, हमने सुरजको थामा हैं!
हैं पता के जल जायेंगे, लेकिन सवेरा लाना हैं!!"
- विक्रम एडके ( हिंदी गीतांकन )